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Monday 11 March 2024

March 11, 2024

धार भोजशाला का ज्ञानवापी की तरह होगा सर्वे:हाईकोर्ट की इंदौर बेंच का आदेश

 धार भोजशाला का ज्ञानवापी की तरह होगा सर्वे:हाईकोर्ट की इंदौर बेंच का आदेश

 5 एक्सपर्ट 6 सप्ताह में सर्वेक्षण कर सौंपेंगे रिपोर्ट

संजय शर्मा संपादक 
हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल


  धार।  मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने ज्ञानवापी की तर्ज पर धार की भोजशाला का सर्वे कराने के आदेश दिए हैं। सोमवार को इस मुद्दे पर कोर्ट ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) को 5 एक्सपर्ट की टीम बनाने को कहा है। इस टीम को 6 सप्ताह में रिपोर्ट कोर्ट को सौंपनी होगी।


इस मामले में इंदौर हाईकोर्ट में 19 जनवरी को बहस हुई थी। तब सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। आज 11 मार्च को कोर्ट ने फैसला सुनाया। इसमें कहा गया कि सर्वे 29 अप्रैल तक पूरा करना है।

हाईकोर्ट ने इस वैज्ञानिक सर्वे को GPR-GPS तरीके से करने के लिए कहा है।

GPR यानी ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार जमीन के अंदर विभिन्न स्तरों की हकीकत जांचने की तकनीक है। इसमें रडार का उपयोग होता है। यह अदृश्य यानी छुपी वस्तुओं के विभिन्न स्तर, रेखाओं और संरचनाओं का माप लेता है।

GPS सर्वे यानी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम के तहत भी सर्वे किया जाएगा। बिल्डिंग की उम्र पता करने के लिए कार्बन डेटिंग प्रक्रिया का इस्तेमाल भी किया जाएगा। पूरे सर्वे की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

हिंदू पक्ष के वकील एडवोकेट विष्णुशंकर जैन ने बताया कि सर्वे दोनों पक्षों की मौजूदगी में होगा। इससे भोजशाला के मूल स्वरूप की सच्चाई सामने आ सकेगी। मामले की सुनवाई अब 29 अप्रैल को होगी। इससे पहले सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी होगी।


याचिका के बिंदु, जिनके आधार पर मांग स्वीकार की गई

हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने 1 मई 2022 को इंदौर हाईकोर्ट में यह याचिका दायर की थी। इसमें कहा गया था कि हर मंगलवार को हिंदू भोजशाला में यज्ञ कर उसे पवित्र करते हैं और शुक्रवार को मुसलमान नमाज के नाम पर यज्ञ कुंड को अपवित्र कर देते हैं। इसे रोका जाए।

भोजशाला का पूर्ण आधिपत्य हिंदुओं को सौंपा जाए। इसके लिए आवश्यक हो तो संपूर्ण भोजशाला की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और खुदाई करवाई जाए। हाईकोर्ट ने इन बिंदुओं के आधार पर सर्वे की मांग स्वीकार कर ली है।

यह है भोजशाला से जुड़ा विवाद


जिला प्रशासन की वेबसाइट के अनुसार भोजशाला राजा भोज ने बनवाई थी। यह यूनिवर्सिटी थी, जिसमें वाग्देवी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। मुस्लिम शासक ने इसे मस्जिद में परिवर्तित कर दिया था। इसके अवशेष प्रसिद्ध मौलाना कमालुद्दीन मस्जिद में देखे जा सकते हैं। यह भोजशाला के कैंपस में स्थित है जबकि देवी की प्रतिमा लंदन के म्यूजियम में रखी है।

भोजशाला में मंगलवार को हिंदू पक्ष को पूजा-अर्चना करने की अनुमति है। शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष को नमाज पढ़ने के लिए दोपहर 1 से 3 बजे तक प्रवेश दिया जाता है। इसके लिए दोनों पक्षों को नि:शुल्क प्रवेश मिलता है। बाकी दिनों में 1 रुपए का टिकट लगता है। इसके अलावा वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा के लिए हिंदू पक्ष को पूरे दिन पूजा और हवन करने की अनुमति है।

साल 2006, 2012 और 2016 में शुक्रवार को वसंत पंचमी आई तो विवाद की स्थिति बनी। वसंत पंचमी पर हिंदू पक्ष को पूजा जबकि शुक्रवार होने से मुस्लिमों को नमाज की अनुमति भी है। ऐसे में वसंत पंचमी शुक्रवार को आने पर समझाइश के बीच पूजा और नमाज दोनों करवाए जाते हैं। अगली बार ऐसी स्थिति 2026 में बन सकती है।

यह है भोजशाला का इतिहास


हिंदू पक्ष का कहना है कि यह सरस्वती देवी का मंदिर है। सदियों पहले मुसलमानों ने इसकी पवित्रता भंग करते हुए यहां मौलाना कमालुद्दीन की मजार बनाई थी। भोजशाला में आज भी देवी-देवताओं के चित्र और संस्कृत में श्लोक लिखे हुए हैं। अंग्रेज भोजशाला में लगी वाग्देवी की प्रतिमा को लंदन ले गए थे।

याचिका में कहा गया है कि भोजशाला हिंदुओं का उपासना स्थल है। मुसलमान नमाज के नाम पर भोजशाला के भीतर अवशेष मिटाने का काम कर रहे हैं।

हिंदू पक्ष ने दायर की थी याचिका

बता दें कि पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट की खंडपीठ के समक्ष 1902 में हुए सर्वे को लेकर बहस हुई थी। इसमें हिंदू पक्ष की ओर से याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने मांग की थी कि भोजशाला परिसर का दोबारा सर्वे किया जाए। कोर्ट ने इसे अयोध्या जैसा मामला बताकर फैसला सुरक्षित रख लिया था।

भोजशाला मामले में सात जनहित याचिकाएं दायर हैं। मुख्य याचिका हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की है। इसमें मुस्लिमों को भोजशाला में नमाज पढ़ने से तुरंत रोकने और हिंदुओं को नियमित पूजा का अधिकार देने की मांग की गई थी।


Monday 22 January 2024

January 22, 2024

अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा मंदिर में विराजे रामलला

 अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा मंदिर में विराजे रामलला 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा 'राम आग नहीं, ऊर्जा हैं... राम सिर्फ हमारे नहीं, सबके हैं'

मोदी जी में कहा देव से देश और राम से राष्ट्र निर्माण करना है 

संजय शर्मा संपादक 
हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल

 अयोध्या।  अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सोमवार को पूरा हो गया। मोदी बतौर मुख्य यजमान हल्के पीले रंग की धोती और कुर्ता पहनकर 12 बजे मंदिर परिसर में पहुंचे। उनके हाथ में एक थाल थी, जिसमें श्रीरामलला का चांदी का छत्र था। संकल्प के साथ प्राण प्रतिष्ठा की विधि 12 बजकर 5 मिनट पर शुरू हुई, जो 1 घंटे से ज्यादा समय तक चली।


प्रधानमंत्री ने भगवान की आरती कर चंवर डुलाया। मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास से कलावा बंधवाया और उनके पैर छुए। इसके बाद उन्होंने श्रीरामलला की परिक्रमा की और साष्टांग प्रणाम किया। उन्होंने राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के भी पैर छुए। PM ने अपना 11 दिन का व्रत भी तोड़ा।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद PM ने लोगों को संबोधित किया। 35 मिनट की स्पीच PM ने राम-राम से शुरू की और जय सियाराम पर खत्म किया। उन्होंने देशवासियों को बधाई दी और कहा- कुछ तो कमी थी जो मंदिर बनने में सदियां लग गईं। ये राम मंदिर भारत के उत्कर्ष-उदय का साक्षी बनेगा। PM 4 बजे दिल्ली लौट गए।

 मंदिर बनने पर: आज की तारीख हजारों साल याद रखी जाएगी

मोदी बोले- रामलला अब टेंट में नहीं, दिव्य मंदिर में रहेंगे। राम मंदिर के निर्माण के बाद से देशवासियों में नया उत्साह पैदा हो रहा था। आज हमें सदियों की धरोहर मिली है, श्रीराम का मंदिर मिला है। 22 जनवरी, 2024 का ये सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है। ये कैलेंडर पर लिखी एक तारीख नहीं, बल्कि ये एक नए कालचक्र का उद्गम है। लोग इसे हजारों साल याद करेंगे।

 कोर्ट के फैसले पर: न्यायपालिका ने लाज रख ली

PM ने कहा- मैं प्रभु राम से क्षमा याचना करता हूं। हमारे त्याग, तपस्या, पूजा में कोई तो कमी रह गई होगी कि इतने साल मंदिर निर्माण का काम नहीं हो पाया। आज ये कमी पूरी हुई। मुझे विश्वास है कि प्रभु राम हमें क्षमा करेंगे। भारत के संविधान की पहली प्रति में राम विराजमान हैं। दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व पर कानूनी लड़ाई चली। मैं न्यायपालिका का शुक्रगुजार हूं कि उसने लाज रख ली।

 देश में दीपावली मनाई जा रही, राम ज्योति जल रही

आज गांव-गांव में कीर्तन-संकीर्तन हो रहे हैं। स्वच्छता अभियान चल रहा है। देश दीपावली बना रहा है। आज शाम घर-घर राम ज्योत जलेगी। कल मैं धनुषकोडि में था। जिस घड़ी राम समुद्र पार करने निकले थे, उसे कालचक्र बदला था। अब कालचक्र फिर बदलेगा।

मैं सौभाग्यशाली हूं कि अनुष्ठान के दौरान सागर से सरयू तक की यात्रा का मौका मिला। राम भारतवासियों के मन में विराजे हुए हैं। किसी के भी मन को छुएंगे तो एकत्व की अनुभूति होगी। मुझे देश के कोने-कोने में रामायण सुनने का अवसर मिला।

राम भक्तों को नमन किया, कारसेवकों को याद किया

प्रधानमंत्री ने कहा- ऋषियों ने कहा है कि जिसमें रम जाएं, उसी में राम है। हर युग में लोगों ने राम को जिया है। हर युग में लोगों ने अपने-अपने शब्दों, अपनी-अपनी तरह राम को व्यक्त किया है। ये राम रस निरंतर बहता रहता है। आज के इस ऐतिहासिक समय में देश उन व्यक्तित्वों को भी याद कर रहा है, जिनकी वजह से शुभ दिन देख रहे हैं।


प्रधानमंत्री ने कहा- हम उन अनगिनत कारसेवकों, संत-महात्माओं के ऋणी हैं। आज उत्सव का क्षण तो है ही, साथ ही ये क्षण भारतीय समाज की परिपक्वता का भी है। ये क्षण विजय ही नहीं, विनय का भी है। कई राष्ट्र अपने ही इतिहास में उलझ जाते हैं।

राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं

प्रधानमंत्री ने कहा- जब भी उन्होंने इतिहास की गांठें सुलझाने का प्रयास किया तो मुश्किल परिस्थितियां बन गईं। हम जिस गांठ को भावुकता और समझदारी के साथ खोला है, वो बताता है कि भविष्य बहुत सुंदर होने जा रहा है। कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी। राम मंदिर किसी आग को नहीं, ऊर्जा को जन्म दे रहा है।

ये समन्वय, उज्ज्वल भविष्य के पथ पर बढ़ने की प्रेरणा लेकर आया है। राम आग नहीं, ऊर्जा हैं। राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं। राम सिर्फ हमारे नहीं, सबके हैं। राम वर्तमान नहीं, अनंत काल हैं। ये मंदिर महज देव मंदिर नहीं, भारत की दृष्टि-दर्शन का मंदिर है। राम भारत का विचार-विधान है।

राम भारत का चिंतन, चेतना, प्रवाह, प्रभाव, नेति, निरंतरता है। राम विश्व है, विश्वात्मा हैं। इसलिए जब राम की स्थापना होती है तो उसका प्रभाव हजारों वर्षों के लिए होता है। आज के युग की मांग है कि हमें अंत:करण को विस्तार देना होगा।

. मां शबरी को भरोसा था- राम आएंगे

मोदी बोले- हनुमान जी की भक्ति, उनका समर्पण ऐसे गुण हैं, जिन्हें बाहर नहीं खोजना पड़ता। यही तो देव से देश और राम से राष्ट्र की चेतना का विस्तार है। दूर कुटिया में जीवन गुजारने वाली मां शबरी का ध्यान आता है। वो हमेशा कहती थीं- राम आएंगे। ये सच हुआ है।

प्रधानमंत्री ने कहा- निषादराज की मित्रता सब बंधनों से परे हैं। सब समान हैं। मैं तो बहुत सामान्य हूं, मैं तो बहुत छोटा हूं, कोई ये सोचता है तो उसे राम की मदद करने वाली गिलहरी का ध्यान करना चाहिए। सबका अपना योगदान होता है। यही दिव्य और समर्थ भारत बनने का कारण बनेगा।

मंदिर तो बन गया अब आगे क्या

प्रधानमंत्री ने कहा- हमें नित्य पराक्रम, पुरुषार्थ का प्रसाद प्रभु राम को चढ़ाना होगा। तभी भारत को वैभवशाली बना पाएंगे। आज भारत युवाशक्ति की ऊर्जा से भरा है। हमें अब झुकना नहीं है, अब बैठना नहीं है। मैं युवाओं से कहूंगा कि आपके सामने हजारों सालों की प्रेरणा है।

युवाशक्ति चांद पर तिरंगा फहरा रही है तो 15 लाख किमी दूर अंतरिक्ष में यान पहुंचा रही है। आने वाला समय अब सफलता का है। आने वाला समय सिद्धि का है। ये राम मंदिर भारत के उत्कर्ष-उदय का साक्षी बनेगा। मंदिर सिखाता है कि लक्ष्य प्रमाणित हो तो उसे हासिल किया जा सकता है। शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद हम यहां पहुंचे हैं। अब हम रुकेंगे नहीं।

प्रधानमंत्री के 11 दिन का व्रत स्वामी गोविंददेव ने तुड़वाया

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए। मंदिर परिसर में श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव, संघ प्रमुख मोहन भागवत, योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री को बोलना था।


प्रधानमंत्री की स्पीच से पहले श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव ने भगवान राम का चरणामृत पीलाकर उनका व्रत खुलवाया। प्रधानमंत्री 12 जनवरी से 11 दिन के उपवास पर थे।

प्रधानमंत्री ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन के अनुष्ठान के दौरान उपवास, जप और गाय की पूजा की। वे 11 दिन तक फर्श पर सोए और सिर्फ नारियल पानी पीकर, फल खाकर रहे। मोदी इस दौरान रामायण से जुड़े 4 राज्यों के 7 मंदिरों में दर्शन-पूजन भी किए।


Sunday 3 April 2022

April 03, 2022

महाराजा भोज फाउंडेशन द्वारा आयोजित सूर्य अर्घ्य पूजन कार्यक्रम संपन्न

 महाराजा भोज फाउंडेशन द्वारा आयोजित सूर्य अर्घ्य पूजन कार्यक्रम संपन्न

 संजय शर्मा संपादक

हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल

   धार। महाराजा भोज फाउंडेशन द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार हिंदू नव वर्ष गुड़ी पड़वा पर आयोजित सामूहिक सूर्य अर्घ्य पूजन कार्यक्रम 21 अप्रैल को धार किले की प्राचीर से संपन्न हुआ। इसमें शहर के प्रबुद्धजन बड़ी संख्या में सपरिवार सम्मिलित हुए। सूर्योदय के समय प्रातः 6:20 बजे जब सूर्य देवता की प्रथम किरण को अर्घ्य देकर एवं पूजन कर हिंदू नव वर्ष का अभिनंदन किया गया। 


    यह कार्यक्रम शहर की एक पहचान बन चुका है। यह सांस्कृतिक संरक्षण और समाज के हिंदू नव वर्ष मनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से किया जाता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि धार विधायक नीना वर्मा, मुख्य वक्ता हिंदू जागरण मंच प्रांत अध्यक्ष आशीष बसु एवं विशेष अतिथि धार नगरपालिका उपाध्यक्ष कालीचरण सोनवानिया थे। सूर्य अर्घ्य के पश्चात समस्त अतिथियों ने भारत माता एवं धारनाथ का पूजन किया। तत्पश्चात भगवा ध्वज का फहराया एवं ध्वज पूजन किया। 


    कार्यक्रम में स्वागत भाषण एवं संस्था की जानकारी महाराजा भोज फाउंडेशन अध्यक्ष दीपक बिड़कर ने दी। मुख्य अतिथि नीना वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्था द्वारा प्रति वर्ष कार्यक्रम आयोजित करके जो सांस्कृतिक संरक्षण का कार्य किया जा रहा है। वह सभी के लिए प्रेरक है। हम सभी सामूहिक रूप से मना रहे हैं। इसके लिए महाराजा भोज फाउंडेशन को बधाई। साथ ही नगरवासियों नववर्ष की शुभकामनाएं प्रेषित की। हिंदू जागरण मंच के प्रांत अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज जिस प्रकार से संस्कृति हावी है। उसमें इस प्रकार के आयोजन करने का बीड़ा महाराजा भोज फाउंडेशन ने उठाया है। अतः में संस्था को बधाई देता हूं। यह नववर्ष तारीख बदलने का दिन नहीं है। बल्कि हमारी संस्कृति विरासत की पहचान है और हमारी यह संस्कृति दुनिया की सर्वोत्तम संस्कृति है। क्योंकि यह हमें अर्पण करना सिखाती है। बाकी सब लेना जानते हैं। परंतु हिंदू संस्कृति ही ऐसी है जो केवल देना सिखाती है। आज भी आवश्यकता है हम अपनी संस्कृति को जीवन में उतारे। जो सभ्यता अपनी संस्कृति को जीता है वहीं बचता है। हिंदुस्तान आज भी बचा हुआ है तो केवल अपनी संस्कृति के कारण। आज पुनः समय बदल रहा है। यह हम सभी भी अनुभव कर रहे हैं। आज भारत माता पूरा पुनः विश्व का नेतृत्व करने और अपने कदम बढ़ा रहा हैं। जैसा देश का नेतृत्व होता है। वैसा देश चलता है। देश संस्कृति को जीने वाला लोग यदि देश चलाते हैं तो निश्चित ही भारत एक बार पुनः विश्व गुरु बनेगा। मैं आप सभी से यही निवेदन करता हूं कि आज यह संकल्प लेकर यहां से जाए कि हम अपनी संस्कृति पर दृढ़ विश्वास रखते हुए उसके अनुसार जीवन जीने का प्रयत्न करेंगे।

         नगर पालिका उपाध्यक्ष कालीचरण सोनवानिया ने कहा कि यह अद्भुत आयोजन है। और मैं हमेशा इस कार्यक्रम का हिस्सा रहता हूं। यह आयोजन संपन्न कराने के लिए महाराजा भोज फाउंडेशन को बधाई देता हूं। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक कविता अग्रवाल, सह संयोजक भारती कराले एवं निशा शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में डॉ संदीप खटोड़, सुधीर वर्मा, सूरज अग्रवाल, मनोज वर्मा, राजेंद्र जैन, ओमप्रकाश सोनी, नितिन पाटीदार, राजेंद्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन अंशुल शर्मा ने किया। आभार कविता अग्रवाल ने मना। कार्यक्रम को सफल बनाने में दीपक श्रीवास्तव, सुरेंद्र ठाकुर, कुलदीप सोलंकी, विकास गुणे, दीक्षांत तराणेकर, मोहित शर्मा, निलेश व्यास, रिंकू मेरवानी, संभाजी गावड़े की विशेष भूमिका रही। जानकारी राजेश गुप्ता ने दी।


Monday 14 February 2022

February 14, 2022

भगवान श्री विश्वकर्मा जयंती के पर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव

 भगवान श्री विश्वकर्मा जयंती के पर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव

संजय शर्मा संपादक

हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल

    धार।  नगर के भक्तांबर क्षेत्र में भगवान श्री विश्वकर्मा जयंती के पावन पर्व पर श्री मालवीय लोहार समाज जी के द्वारा आयोजित भगवान श्री विश्वकर्मा जी की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा, विधायक नीना वर्मा  ने पहुंचकर दर्शन पूजन लाभ लिया। इस अवसर पर संत 1008 श्री नरसिंह दास महाराज श्रीराम मंदिर माण्डव ,समाज अध्यक्ष परमानंद  विश्वकर्मा और चंपालाल गोराना मंचासीन थे। वर्मा दंपति ने समाजजन को बधाई शुभकामनाए  प्रेषित की इस मौके पर भाजपा पुर्व नगर अध्यक्ष अनिल जैन बाबा , भाजयुमो नगर अध्यक्ष देवेंद्र रावल जगदीश गोराना , पवन गोराना, त्रिलोक दशोरे ,राजकुमार दशोरे एवम बड़ी संख्या समाजजन माता बहने उपस्थित रहें । 


Sunday 2 January 2022

January 02, 2022

सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का मंगल कलश यात्रा के साथ हुआ शुभारंभ

 सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का मंगल कलश यात्रा के साथ हुआ शुभारंभ

मनुष्य के जीवन में दरिद्रता का मुख्य कारण पित्र दोष होता है - भागवताचार्य पंडित रमाकांत व्यास 

संजय शर्मा संपादक 

हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल

       धार - नगर के प्रसिद्ध श्री सांवरिया सेठ मंदिर पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ मंगल कलश चल समारोह के साथ हुआ भागवत कथा वक्ता पंडित रमाकांत व्यास के मुखारविंद से 2 जनवरी से 8 जनवरी तक धर्म गंगा ज्ञानयज्ञ प्रवचन होंगे। श्रीमद् भागवत कथा के मुख्य यजमान सपत्नीक अशोक सोनिया जोशी समस्त जोशी परिवार है।  भागवत कथा के प्रारंभ में क्षेत्रीय धर्म प्रेमी जनता उन्हें सिर पर कलश रखकर भव्य शोभायात्रा निकाली गई जिसमें त्रिमूर्ति कॉलोनी की अनेक धर्म प्रेमी जनता व शिव नारायण जोशी सुरेश जोशी दिनेश जोशी पीयूष जोशी अश्विन जोशी शोभायात्रा में रहे। कथा स्थल पर जोशी दंपत्ति द्वारा श्रीमद् भागवत का पूजन कर आरती की गई साथ ही पित्र मोक्ष के उद्देश्य रखी गई भागवत कथा में सभी पित्रो का विधिवत पूजन किया गया  ।

          भागवताचार्य पंडित रमाकांत व्यास जी ने अपने प्रथम दिन भागवत महापुराण के महात्मा को बताते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में दरिद्रता का मुख्य कारण पित्र दोष होता है पित्र दोष से व्यक्ति के जीवन में कई  परेशानी आती है इसका एकमात्र उपाय भागवत महापुराण सात दिन तक आयोजन कर धर्म प्रेमी जनता के साथ खुद को सह परिवार  विधिवत श्रवण करवाना, मंगल कलश यात्रा निकालने का उद्देश्य यही होता है कि कलश शक्ति का प्रतीक है और शक्ति नारी होती है नारी हमेशा कलश सिर पर धारण करती है कथा के दौरान गो कर्ण कथा सहित अनेक प्रसंगों का विस्तृत बताया ।

         मंगल कलश यात्रा में मुख्य रूप से अशोक जैन दर्शन सिग्गा प्रकाश जोशी संजय शर्मा अजीत जैन सहित अनेक क्षेत्रीय धर्मप्रेमी जनता सहभागी बने ।


Friday 22 October 2021

October 22, 2021

करवा चौथ पर पांच साल बाद बन रहा शुभ योग- ज्योतिषाचार्य डाँ.अशोक शास्त्री

 करवा चौथ पर पांच साल बाद बन रहा शुभ योग- ज्योतिषाचार्य डाँ.अशोक शास्त्री 

संजय शर्मा संपादक 

हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल


      कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी 24 अक्टूबर 2021 रविवार को पड़ रही है । खास बात ये है कि पांच साल बाद फिर इस करवा चौथ पर शुभ योग बन रहा है । उक्त जानकारी मालवा के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डाँ.अशोक शास्त्री ने एक विशेष जानकारी देते हुए बताया की करवा चौथ पर इस बार रोहिणी नक्षत्र में पूजन होगा , तो वहीं रविवार का दिन होने की वजह से सूर्य देव का भी व्रती महिलाओं को आशीर्वाद प्राप्त होगा ।

 रोहिणी नक्षत्र में होगा चांद का पूजन

          ज्योतिषाचार्य डाँ.अशोक शास्त्री ने कहा की करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं । रात में चंद्रमा देखने के बाद व्रत खोला जाता है । कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को ये व्रत रखा जाता है । इस वर्ष ये चतुर्थी 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को पड़ रही है । खास बात ये है कि पांच साल बाद फिर इस करवा चौथ पर शुभ योग बन रहा है । करवा चौथ पर इस बार रोहिणी नक्षत्र में पूजन होगा , तो वहीं रविवार का दिन होने से सूर्य देव का भी व्रती महिलाओं को आशीर्वाद प्राप्त होगा । रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है । सूर्य देव के आरोग्य और दीर्घायु का आशीर्वाद प्रदान करते हैं । इस दिन महिलाएं सूर्य देव का पूजन कर पति की दीर्घायु की कामना करें । शुभ मुहूर्त में पूजन करने से व्रती महिलाओं की हर इच्छा पूरी होगी ।

          ज्योतिषाचार्य डाँ.अशोक शास्त्री ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र में चंद्रोदय और पूजन होगा । कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि इस साल 24 अक्टूबर 2021, रविवार सुबह 3:04 मिनट पर शुरू होगी , जो अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5:47 बजे तक रहेगी । इस दिन चंद्रोदय रात्रि 8:19 बजे होगा । पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर 2021 को शाम 06:55 से लेकर 08:51 तक रहेगा ।

          ज्योतिषाचार्य डाँ.अशोक शास्त्री के मुताबिक सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें । इसके बाद सरगी के रूप में मिला हुआ भोजन करें , पानी पीएं और गणेश जी की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लें । इसके बाद शाम तक कुछ भी खाना - पीना नही है । पूजा के लिए सायं एक मिट्टी की वेदी पर सभी देवताओं की स्थापना कर इसमें करवा रखें । एक थाली में धूप , दीप , चन्दन, रोली , सिन्दूर रखें और घी का दीपक जलाएं । पूजा चांद निकलने के एक घंटे पहले शुरु कर दें । इसके बाद चांद के दर्शन कर व्रत खोले । 


                  ज्योतिषाचार्य

          डाँ. पं. अशोक नारायण शास्त्री

          श्रीमंगलप्रद् ज्योतिष कार्यालय 

245 , एम. जी. रोड ( आनंद चौपाटी ) धार , एम. पी.

                  मो. नं.  9425491351



Saturday 16 October 2021

October 16, 2021

भाजपा जिलाध्यक्ष ने दशहरा मिलन समारोह में समाजजनों को दी बधाई

 भाजपा जिलाध्यक्ष ने दशहरा मिलन समारोह में समाजजनों को दी बधाई

 
अपर कलेक्टर एवं  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने श्री यादव को दशहरे पर्व की बधाई दी

संजय शर्मा संपादक 

हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल

           धार - हिंदू उत्सव समिति द्वारा आयोजित विजय मंदिर धार में दशहरा मिलन समारोह में भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव यादव ने समाजजनों को दशहरे की शुभकामनाएं दी। दशहरा मिलन समारोह में हिंदू उत्सव समिति से श्री विमल गोधा, श्री बाबूलाल गहलोद , अरविंद चौधरी, महेश अग्रवाल, गोपाल शर्मा, अशोक जैन सहित अनेक समाज जन उपस्थित रहे साथ ही वाह  उपस्थित प्रशासनिक अधिकारी अपर कलेक्टर सलोनी सीडाना,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार, एसडीएम नेहा शिवहरे, सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी जोशी, नगर पालिका अधिकारी विजय कुमार शर्मा, धार थाना प्रभारी सहित अनेक अधिकारियों ने भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव यादव को दशहरे पर्व की बधाई दी। उक्त जानकारी संजय शर्मा ने दी।